चंडीगढ़ में भीषण गर्मी का कहर: 44 डिग्री सेल्सियस पारे से लोग बेहाल, बिजली की मांग पीक पर पहुंची

चंडीगढ़ में भीषण गर्मी का कहर: 44 डिग्री सेल्सियस पारे से लोग बेहाल, बिजली की मांग पीक पर पहुंची

मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक पारा 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान जताया है। शहर के कई हिस्सों में बिजली कट भी बढ़ गए हैं। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सिटी ब्यूटीफुल भीषण गर्मी की चपेट में है। गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग गर्मी और उमस से बेहाल हैं। मंगलवार को पारा 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। चंडीगढ़ एयरपोर्ट के आसपास तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि शहरी इलाकों में यह 43.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 5 डिग्री अधिक है। 

न्यूनतम तापमान भी 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक पारा 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान जताया है। शहर के कई हिस्सों में बिजली कट भी बढ़ गए हैं। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, मंगलवार को बिजली की मांग 433 मेगावॉट तक पहुंच गई, जो इस सीजन का अब तक का उच्चतम स्तर है।

मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा। मौसम विभाग ने 11 जून तक चंडीगढ़ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक रहने की उम्मीद है। इसके बाद अगले चार दिनों तक यलो अलर्ट रहेगा। लोगों को बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई है। 14 से 16 जून के बीच तेज हवा चलने की आशंका है, जिनकी रफ्तार 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है।

दोपहर के समय, विशेषकर स्कूटी, बाइक, ऑटो और साइकिल से यात्रा करने वाले लोगों को सबसे अधिक परेशानी हुई। ट्रैफिक सिग्नलों पर लोग पेड़ों की छांव में रुकने के लिए मजबूर दिखे। यहां तक कि यातायात पुलिसकर्मी भी छांव की तलाश में नजर आए। मजदूर, ऑटो चालक और डिलीवरी बॉयज भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं। ऑटो चालक मुकेश ने बताया कि दोपहर में सवारी मिलना मुश्किल हो जाता है और ऑटो चलाना भी बेहद कठिन है। शहर के सार्वजनिक स्थान जैसे सुखना लेक और सेक्टर-17 प्लाजा में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं, शाम को पार्कों में टहलने वालों की संख्या भी कम हो गई है।

बिजली की मांग में रिकॉर्ड वृद्धि

गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है। मंगलवार को बिजली की मांग 433 मेगावॉट तक पहुंच गई, जो इस सीजन का अब तक का उच्चतम स्तर है। जून महीने में बिजली लोड में 176 मेगावॉट की वृद्धि हुई है। आने वाले दिनों में यह मांग 450 मेगावॉट तक पहुंचने की संभावना है। हालांकि, शहर की क्षमता 500 मेगावॉट है, जिससे ट्रांसमिशन या ग्रिड स्तर पर आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं आएगी, लेकिन स्थानीय फॉल्ट की संख्या बढ़ सकती है।

बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल

शहर में बिजली के फॉल्ट बढ़ने से कस्टमर केयर पर शिकायतों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। दिन के फॉल्ट तो जल्दी ठीक हो रहे हैं, लेकिन रात की तकनीकी खराबी को ठीक करने में समय लग रहा है, जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। बिजली समस्या को लेकर सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी और डिप्टी मेयर तरुणा मेहता ने सीपीडीएल के डायरेक्टर अरुण कुमार वर्मा से मुलाकात की और हेल्पलाइन नंबरों की अनुपलब्धता पर चिंता जताई। अरुण कुमार वर्मा ने बताया गया कि शिकायतों के निवारण के लिए विभिन्न स्थानों पर शिविर आयोजित किए जाएंगे और सभी पार्षदों का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा।

स्वास्थ्य संबंधी सलाह

आयुर्वेदिक डॉ. विनती ने बताया कि ऐसे मौसम में पेट संबंधी समस्याएं (जैसे डायरिया, उल्टी, दस्त) और त्वचा संबंधी बीमारियां बढ़ जाती हैं। उन्होंने तले हुए और फास्ट फूड से बचने, फाइबर युक्त आहार लेने और लगातार पानी पीने की सलाह दी। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत पर भी जोर दिया गया। तुलसी, मुलेठी, खीरा, ककड़ी, खसखस और नारियल पानी का सेवन लाभदायक बताया गया है, और खाने के बाद छाछ, पुदीना और जीरा गैस से बचने में मदद कर सकते हैं।