मनीमाजरा में प्रशासन ने तोड़े 10 से अधिक अवैध मकान

मनीमाजरा में प्रशासन ने तोड़े 10 से अधिक अवैध मकान

चंडीगढ़ प्रशासन ने बुधवार को मनीमाजरा पॉकेट नंबर-7 में शिवालिक गार्डन के पास बने दस से अधिक अवैध मकान तोड़ डाले। इस दौरान यहां के लोगों ने और राजनेताओं ने भी उनके पक्ष में प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया। कुछ लोगों ने जेसीबी के आगे लेटकर या मशीनों पर चढ़कर कार्रवाई रुकवाने की कोशिश भी की लेकिन प्रशासन का दस्ता कार्रवाई करके ही हटा।सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई एसडीएम कम ड्यूटी मजिस्ट्रेट सुखप्रीत कौर की मौजूदगी में शुरू हुई। इस दौरान तहसीलदार अवतार सिंह और नायब तहसीलदार मक्खन सिंह भी मौजूद रहे। उनके साथ प्रशासन की पूरी टीम, चंडीगढ़ प्रशासन के इंफोर्समेंट विंग के सभी इंस्पेक्ट भी मौजूद थे।प्रशासन की इस कार्रवाई में नगर निगम के इंफोर्समेंट विंग और रोड विंग की टीम भी शामिल रही। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए नॉर्थ ईस्ट डिवीजन के डीएसपी विजय सिंह अपने तीनों थानों की पुलिस बल के साथ मौजूद थे।

पॉकेट नंबर-7 के अवैध मकानों पर कार्रवाई
प्रशासन की कार्रवाई में पॉकेट नंबर 7 की तीन कनाल 10 मरले जगह पर बने अवैध मकानों को हटाया गया है। हालांकि अभी दो मकान जिम 8 नंबर और एक 11 नंबर का मामला विचाराधीन है। इस कारण उन पर कार्रवाई नहीं की गई है। यहां पर करीब 40/50 साल पहले मनीमाजरा के दो नंबर से लेकर 13 नंबर तक मकान बने हुए थे। यह जमीन 1998 में चंडीगढ़ प्रशासन ने अधिगृहीत कर ली थी। उसके बाद इन्हीं मकानों के साथ पॉकेट नंबर 7 में नगर निगम ने सन 2006 में शिवालिक गार्डन बनाया था। तब से लेकर अब तक इन मकानों की जमीन से अतिक्रमण हटाने का मामला चल आ रहा है। पॉकेट नंबर-7 की अधिगृहीत की हुई जमीन पर पार्क के अलावा कम्युनिटी सेंटर और स्कूल आदि बनाए जाने हैं।
जब प्रशासन ने यह जमीन खाली करवाने के लिए जून के महीने में लोगों को कहा और मुनादी करवाई तो लोग हाई कोर्ट चले गए। लोगों को उम्मीद थी कि कोर्ट से उनको स्टे मिल जाएगा लेकिन नहीं मिला। बुधवार को जब प्रशासन इन मकानों को तोड़ने की कार्रवाई कर रहा था, उस दौरान भी लोगों ने काम को बीच में रुकवाकर स्टे मिलने का शोर मचाया था। लेकिन ऐसा कुछ न होने पर कुछ ही देर बाद कार्रवाई शुरू कर दी गई। देर शाम तक तोड़ने की कार्रवाई चलती रही। इन मकानों को तोड़ने के लिए 4 जेसीबी, दो बड़ी पोकलेन लगातार चलती रहीं।
टायरों के आगे लेटे लोग, मशीनों पर चढ़ी महिलाएं
एक बार सुबह इन मकानों को तोड़ने के लिए जेसीबी चलने लगी तो यहां रहने वाले लोग जेसीबी के आगे आकर विरोध करने लगे। कुछ लोग जेसीबी के टायरों के आगे लेट गए। एक बुजुर्ग महिला तो मशीन के ऊपर चढ़ गई थी। इस दौरान एक व्यक्ति बेसुध होकर नीचे भी गिर गया। इस दौरान पुलिस ने सभी लोगों को बीच-बचाव करके हटाया और कुछ देर के लिए काम भी रोक दिया गया। इन लोगों का कहना था कि उनको कोर्ट से स्टे मिल रहा है इसलिए 11 बजे तक रुक जाएं। इसलिए 11 बजे के बाद कार्रवाई शुरू की गई।