पीजीआई बताएगा…क्यों बढ़ गए अचानक हार्ट अटैक

 पीजीआई बताएगा…क्यों बढ़ गए अचानक हार्ट अटैक

पीजीआई बताएगा…क्यों बढ़ गए अचानक हार्ट अटैक

हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों और उससे होने वाली मौतों पर पीजीआई में किया जा रहा शोध
संवाद न्यूज एजेंसी चंडीगढ़। देशभर में अचानक बढ़ रहे हार्ट अटैक और उससे होने वाली मौतों पर पीजीआई में शोध किया जा रहा है। इस शोध का उद्देश्य हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के पीछे के कारणों का पता लगाना है। यह जानकारी पीजीआई के सामुदायिक चिकित्सा विभाग और स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की ओर से आयोजित चौथे स्नातकोत्तर अंतरराष्ट्रीय वैक्सीनोलॉजी कोर्स कार्यक्रम के दौरान डॉ. मधु गुप्ता ने दी। इसमें देश भर के 70 से अधिक प्रोफेशनल भाग ले रहे हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों ने दो प्रकार की वैक्सीन लगवाईं। अब देश भर में उनके दुष्प्रभावों को लेकर चर्चाएं चल रही हैं।

पीजीआई के डॉक्टरों का कहना है कि कोविड संक्रमण से भी हार्ट अटैक हो सकता है। संस्थान यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि हार्ट अटैक के बढ़ते मामले कोरोना से बचाव के लिए लगाई गई वैक्सीन के कारण हो रहे हैं या स्वयं कोरोना संक्रमण के कारण। पीजीआई में यह भी अध्ययन किया जा रहा है कि संक्रमण के कितने मामले अधिक हो रहे हैं। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि इस स्तर पर मरीजों को यह बताना मुश्किल है कि हार्ट अटैक कोविड संक्रमण से हुआ है या कोविड वैक्सीन से। यह अध्ययन के बाद ही पता चल सकेगा कि हार्ट अटैक से होने वाली मौतों के पीछे वैक्सीन का कोई कारण है या नहीं। यदि वैक्सीन एक कारण है, तो पीजीआई यह जानने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, अभी तक वैक्सीन से इसका कोई सीधा संबंध सामने नहीं आया है।

बच्चों के लिए हेक्सा-वेरिएंट वैक्सीन पर शोध

पीजीआई में बच्चों के लिए एक हेक्सा-वैरिएंट वैक्सीन (बच्चों का टीका) पर भी शोध चल रहा है। वर्तमान में, पीजीआई बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए दो टीके लगा रहा है, जो पांच बीमारियों से बचाव प्रदान करते हैं, साथ ही पोलियो का टीका भी दिया जाता है। अब पीजीआई इन दोनों टीकों को मिलाकर एक टीका बनाने पर काम कर रहा है। बीसीजी वैक्सीन का शोध पूरा हो चुका है और इसके जल्द ही आने की संभावना है। पीजीआई ने वयस्कों से निमोनिया से बचाव के लिए और इन्फ्लूएंजा वैक्सीन लगवाने की भी अपील की है।