NEET UG 2025 Result: बरनाला के केशव मित्तल ऑल इंडिया 7वां स्थान, पंजाब में टॉप, बताया क्या है सपना

पंजाब के बरनाला के तपा के रहने वाले केशव मित्तल ने नीट की परीक्षा में देश भर में सातवां स्थान हासिल किया है। वहीं केशव पंजाब टॉपर भी बने हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट यूजी 2025 का रिजल्ट शनिवार को आधिकारिक रूप से घोषित किया है। नतीजों के साथ टॉपर्स की सूची भी जारी कर दी गई है। इस साल नीट यूजी में करीब 20.8 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था।
पंजाब के बरनाला के तपा के रहने वाले केशव मित्तल ने नीट की परीक्षा में देश में सातवां स्थान हासिल करते हुए पंजाब टॉप किया है। केशव ने डीएम पब्लिक स्कूल कराड़वाला से 12वीं में 98 फीसदी अंकों के साथ टॉप किया था। इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ एलन इंस्टीट्यूट से नीट की तैयारी की। केशव ने बताया कि उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए 10-12 घंटे पढ़ाई की। केशव ने कहा कि वह ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एम्स से एमबीबीएस करना चाहते हैं। उन्होंने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने पिता डॉक्टर प्रबोध मित्तल, माता सुनीता मित्तल को दिया। साथ ही कहा कि उनके स्वर्गीय दादा अर्जन दास मित्तल और दादी शारदा मित्तल के आशीर्वाद से ही उन्हें सफलता हासिल हुई है। इस उपलब्धि पर नगर कौसल तपा की अध्यक्ष सोनिका बंसल और अग्रवाल सभा तपा के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों ने भी परिवार को बधाई दी।
पटियाला के नवीन मित्तल का पंजाब में तीसरा रैंक
नीट यूजी 2025 में पटियाला के नवीन मित्तल ने आल इंडिया में 49वां रैंक और पंजाब में तीसरा रैंक हासिल करके बड़ी सफलता हासिल की है। इस मौके पर उनके परिवार में काफी खुशी का माहौल है और फोन पर बधाई देने वालों का तांता लगा है। मीडिया से बात करते नवीन मित्तल ने कहा कि वह एक अच्छा डाक्टर बनकर देश के लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा करना चाहते हैं। नवीन की मां रजनी मित्तल एक सरकारी शिक्षिका हैं, जबकि पिता दलीप मित्तल भी एक सरकारी मुलाजिम हैं। नवीन का कहना है कि उनकी सफलता का श्रेय माता-पिता और उनके शिक्षकों को जाता है, जिन्होंने हमेशा उनका साथ दिया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।नवीन मित्तल ने बताया कि वह रोजाना 12 से 13 घंटे पढ़ते थे। उन्होंने सेल्फ स्टडी पर ज्यादा जोर दिया। पिछले दो सालों से उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी और केवल पढ़ाई पर फोकस किया। नवीन ने कहा कि पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उसने योगासन व मेडिटेशन का सहारा लिया। एक सवाल के जवाब में नवीन मित्तल ने माना कि पंजाब के नौजवानों में विदेश जाने का क्रेज है, लेकिन वह अपनी ही देश में रहकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं। नवीन ने कहा कि शुरुआत से ही उनका सपना डाक्टर बनने का था। जिसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने तैयारी की और आज यह सफलता पाई है। उन्होंने अन्य युवाओं को संदेश दिया कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है। इसलिए वह लक्ष्य तय करें और फिर कड़ी मेहनत के बल पर इसे पाने के लिए आगे कदम बढ़ाएं।