पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के मानद सचिव दिलशेर खन्ना ने दिया इस्तीफा, PCA अध्यक्ष को लिखा पत्र

पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के मानद सचिव दिलशेर खन्ना ने दिया इस्तीफा, PCA अध्यक्ष को लिखा पत्र

पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) के मानद सचिव दिलशेर सिंह खन्ना ने निजी कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे दिया। तीन वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं जिनमें राज्य की टीमों द्वारा पांच राष्ट्रीय ट्राफियां जीतना और नए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण शामिल है। उनके नेतृत्व में शेर-ए-पंजाब टी-20 कप की शुरुआत हुई और कई खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में खेलने का मौका मिला।

 पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) के मानद सचिव दिलशेर सिंह खन्ना ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा पीसीए के अध्यक्ष अमरजीत मेहता को पत्र लिखकर सौंपा। पत्र में खन्ना ने इस्तीफे को निजी कारणों से प्रेरित बताया है। करीब तीन वर्षों तक सचिव पद पर रहते हुए दिलशेर सिंह खन्ना ने पंजाब क्रिकेट के संगठनात्मक और खेल स्तर पर कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं।

उनके कार्यकाल में राज्य की पुरुष और महिला टीमों ने मिलकर पांच राष्ट्रीय ट्राफियां जीतीं और दो बार उपविजेता भी रहीं, जो कि किसी एक कार्यकाल में अभूतपूर्व है। दिलशेर खन्ना को बीसीसीआइ ने भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गईं।हाल ही में समाप्त हुए टी-20 वर्ल्ड कप में वह भारतीय टीम के साथ मैनेजर की भूमिका में शामिल रहे। उनके नेतृत्व में वर्षों से लंबित न्यू चंडीगढ़ में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कार्य पूरा हुआ। वहीं, शेर-ए-पंजाब टी-20 कप जैसी राज्य स्तरीय पेशेवर लीग की शुरुआत और सफल आयोजन भी उनके कार्यकाल की बड़ी उपलब्धियों में शुमार है।

खन्ना ने मुल्लांपुर स्टेडियम के ग्राउंड-बी का निर्माण, पहली बार राज्यव्यापी प्रतिभा खोज अभियान, जिला क्रिकेट संघों को अधिक अनुदान और संसाधनों की उपलब्धता ने जमीनी स्तर पर क्रिकेट को बढ़ावा दिया। उनके कार्यकाल में पंजाब से कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय टीमों में पहुंचे। इनमें शुभमन गिल, अर्शदीप सिंह, हरमनप्रीत कौर, अभिषेक शर्मा, रमनदीप सिंह, उदय सहारन, नेहल वढेरा, प्रभसिमरन सिंह, मन्नत कश्यप और अनमोलजोत सिंह प्रमुख हैं।इसके अलावा, न्यू चंडीगढ़ स्थित स्टेडियम ने पहली बार दो आइपीएल सीजन की सफल मेजबानी की, जिसमें आइपीएल 2025 के दौरान दो प्लेआफ मुकाबले भी शामिल थे ,जो पीसीए के इतिहास में पहली बार हुआ। खन्ना का कार्यकाल पंजाब क्रिकेट के लिए उपलब्धियों और नए कीर्तिमानों से भरा रहा और उनके इस्तीफे को खेल जगत में एक अहम मोड़ के रूप में देखा जा रहा है।