हुसनप्रीत कौर: मोटे माजरा की बेटी की बड़ी उड़ान

मोटे माजरा (बनूर), पंजाब – अद्भुत शैक्षणिक प्रतिभा और साहित्यिक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए, हुसनप्रीत कौर, जो कि छोटे से गांव मोटे माजरा की रहने वाली हैं, आज हज़ारों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं।
हुसनप्रीत ने बेबी कॉन्वेंट स्कूल, बनूर से कक्षा 10 में 93% अंक प्राप्त कर विद्यालय में टॉप किया और कक्षा 12 में 91.2% अंकों के साथ अपनी उत्कृष्टता को बनाए रखा। उनकी इस उपलब्धि पर चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा उन्हें ₹5000 नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने अपनी वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा जीएमएसएसएस 37-बी, चंडीगढ़ से पूरी की और वर्तमान में वे बी.ए. इंग्लिश (ऑनर्स) की पढ़ाई कर रही हैं।वे अपने परिवार और अपने अंग्रेज़ी शिक्षक एवं मार्गदर्शक डॉ. राजीव चानना को पूरे दिल से अपनी सफलता का श्रेय देती हैं, जो पिछले दो वर्षों से उन्हें समर्पित रूप से मार्गदर्शन दे रहे हैं।
शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ, हुसनप्रीत ने अपनी साहित्यिक प्रतिभा का परिचय अंतरराष्ट्रीय संकलन “Stardust and Sentences” में सह-लेखिका बनकर दिया है, जिसके लिए उन्हें प्रकाशन प्रमाण पत्र और प्रशंसा पत्र प्राप्त हुआ।इसके अतिरिक्त, उन्होंने वर्ल्ड टीईएसओएल अकैडमी (यूके) से 120 घंटे का TESOL/TEFL प्रमाणपत्र प्राप्त किया है, जिससे वे विश्व स्तर पर अंग्रेज़ी पढ़ाने के योग्य बन गई हैं।उनका अंतिम सपना है कि वे एक दिन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अंग्रेज़ी की प्रोफेसर बनें, और वे हर दिन अपने इस सपने को साकार करने की दिशा में मेहनत कर रही हैं।हुसनप्रीत की यह यात्रा इस बात का सशक्त प्रमाण है कि अगर मार्गदर्शन सही हो, मेहनत ईमानदार हो और विश्वास अटल हो — तो कोई भी सपना दूर नहीं होता।