सिविल डिफेंस वॉलंटियर: 6000 ने कराया था रजिस्ट्रेशन, कई व्यस्त-कई शहर से बाहर… 1600 को दी जाएगी ट्रेनिंग

आपातकालीन स्थितियों और आपदाओं से निपटने की शहर की तैयारियों को मजबूत करने के उद्देश्य से चंडीगढ़ प्रशासन 1600 सिविल डिफेंस वॉलंटियर के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। भारत-पाक युद्ध की आशंका के बीच यूटी प्रशासन की मदद के लिए बीते महीने टैगोर थिएटर में करीब 6000 लोगों ने पंजीकरण कराया था। डीसी ऑफिस ने अब उन सभी को ट्रेनिंग देने के बारे में पूछा है।
कई वॉलंटियरों ने बताया कि अब वो व्यस्त हैं तो कई शहर से बाहर थे। कई की उम्र ज्यादा निकली। करीब 1600 लोग शॉर्टलिस्ट हुए हैं, जिन्हें सेक्टर-26 के महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट में चार चरणों में अलग-अलग बैच में छह दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी।
आपातकालीन स्थितियों और आपदाओं से निपटने की शहर की तैयारियों को मजबूत करने के उद्देश्य से चंडीगढ़ प्रशासन 1600 सिविल डिफेंस वॉलंटियर के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। यह सेक्टर-26 स्थित महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में चार चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें हर बैच को छह दिन की गहन ट्रेनिंग दी जाएगी। इसका उद्घाटन पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया करेंगे।
एक अधिकारी ने बताया कि डीसी ऑफिस की तरफ से रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों को फोन कर उनकी रुचि पूछी गई। कई वॉलंटियरों ने बताया कि वह शहर से बाहर हैं, कई की उम्र ज्यादा थी तो कई अब व्यस्त हो गए हैं। कई ने एक हफ्ते की ट्रेनिंग लेने में असमर्थता जाहिर की है।
आपात प्रतिक्रिया और जोखिम की पहचान करने की दी जाएगी ट्रेनिंग
प्रशिक्षण कार्यक्रम को एमजीएसआईपीए के विशेषज्ञ फैकल्टी की तरफ से विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। प्रशिक्षण मॉड्यूल में आपदा जोखिम प्रबंधन, सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन्स, युद्ध या प्राकृतिक आपदा के समय सुरक्षित निकासी प्रक्रियाएं, प्राथमिक उपचार, जनहानि प्रबंधन, आपातकालीन स्थितियों में संवाद की रणनीतियां, भीड़ प्रबंधन और साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड, अग्नि सुरक्षा, जोखिम की पहचान, आपात प्रतिक्रिया और आश्रय प्रबंधन, राहत वितरण और संसाधनों के आवंटन की ट्रेनिंग दी जाएगी।
चंडीमंदिर छावनी का फील्ड विजिट भी कराएगा प्रशासन
प्रतिभागियों को चंडीमंदिर छावनी का फील्ड विजिट भी कराया जाएगा, जहां वे सैन्य तैयारी, युद्धकालीन नागरिक-सैन्य समन्वय और सामरिक रणनीतियों को रूप से समझ पाएंगे। डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि आज के समय में एक प्रशिक्षित नागरिक बल का होना आवश्यक है, जो किसी भी आपदा या राष्ट्रीय संकट के समय फ्रंटलाइन रेस्पॉन्डर की भूमिका निभा सके।
विभाग को लगा था कुछ लोग आएंगे, पहुंच गए थे हजारों
चंडीगढ़ प्रशासन ने युवा वॉलिंटियरों से मदद मांगी थी। इसके लिए टैगोर थिएटर में एक रजिस्ट्रेशन कैंप लगाया था। विभाग को उम्मीद थी कि कुछ ही युवा आगे आएंगे लेकिन उनकी उम्मीद से कई गुना ज्यादा युवक पहुंच गए। टैगोर थिएटर के आसपास जाम लग गया था। भीड़ को अलग-अलग करने के लिए प्रशासन को सेक्टर-17 के तिरंगा पार्क में भी एक कैंप लगाना पड़ा। इस दौरान विभाग के पास 6000 रजिस्ट्रेशन आए। इसके कई वीडियो भी वायरल हुए थे। इसके कुछ दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में इसका जिक्र किया था और युवाओं को सराहा था।