योग को बनाएं दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा… यूपीएससी अध्यक्ष की अभ्यर्थियों से अपील

योग को बनाएं दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा… यूपीएससी अध्यक्ष की अभ्यर्थियों से अपील

संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अजय कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि योग न केवल शरीर बल्कि मन को भी स्वस्थ बनाता है। यह तनाव, हाई ब्लड प्रेशर और आर्थराइटिस जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के अध्यक्ष अजय कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों सहित सभी लोगों से योग को अपनी दैनिक दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बनाने की अपील की है।

योग- शरीर और मन का संतुलन

दिल्ली स्थित यूपीएससी मुख्यालय के लॉन में आयोजित 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में 300 से अधिक वॉलंटियर्स, अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान अजय कुमार ने कहा कि योग न केवल शरीर बल्कि मन को भी स्वस्थ बनाता है। खासकर बढ़ती उम्र में यह तनाव, हाई ब्लड प्रेशर और आर्थराइटिस जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।

यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए संदेश

यूपीएससी अध्यक्ष ने युवाओं, खासकर यूपीएससी के अभ्यर्थियों को नियमित योग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि एक दिन का योग उत्सव नहीं, बल्कि रोज की आदत होनी चाहिए, क्योंकि यही परिवर्तन की असली शुरुआत है।

भारत से विश्व तक: योग का सफर

अजय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित कराने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया योग अपना रही है, हमें भी अपने इस सांस्कृतिक धरोहर को गर्व से अपनाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “योग भारत की ओर से दुनिया को मिला अनमोल उपहार है, जो ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना को साकार करता है।”

यूपीएससी के अधिकारी भी हुए शामिल

इस अवसर पर यूपीएससी के सदस्य संजय वर्मा, अनुराधा प्रसाद, बिद्युत बिहारी स्वैन और सचिव शशि रंजन कुमार ने भी योगाभ्यास में भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान की असिस्टेंट प्रोफेसर इंदु शर्मा ने “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” विषय पर व्याख्यान दिया।