ओलंपिक में हरियाणवी खिलाड़ियों ने बदली देश की तस्वीर

ओलंपिक में हरियाणवी खिलाड़ियों ने बदली देश की तस्वीर

खेलों के महाकुंभ ओलंपिक में हरियाणा के खिलाड़ियों ने देश की तस्वीर बदल दी है। ओलंपिक इतिहास के 34 वर्षों में भारत ने कुल 41 पदक जीते हैं। इनमें 10 स्वर्ण, 10 रजत और 21 कांस्य पदक शामिल हैं। इन 41 पदकों में 31.71 फीसदी यानी की तकरीबन एक तिहाई 13 पदक हरियाणा के खिलाड़ियों ने जीते हैं। इनमें मुक्केबाजी में 1, कुश्ती में 7, पुरुषों के भाला फेंक में 2, महिलाओं के 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में 1, मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में 2 पदक शामिल हैं।
इतना ही नहीं पिछले 16 वर्षों में भारत ने कुल 23 पदक जीते, इनमें 56.52 फीसदी यानी की आधे से भी ज्यादा 13 पदक हरियाणा के धुरंधरों ने जीतकर देश की झोली में डाले हैं। हरियाणा के खिलाड़ियों ने 13 पदक व्यक्तिगत मुकाबलों में जीते हैं, जो किसी भी राज्य से व्यक्तिगत मुकाबलों में सबसे ज्यादा हैं।

व्यक्तिगत मुकाबले में हरियाणा से विजेंदर सिंह पहले पदक विजेता

पेरिस ओलंपिक-1900 में पहली बार भारत के लिए एक ब्रिटिश-भारतीय एथलीट और अभिनेता नॉर्मन गिल्बर्ट प्रिचर्ड ने दो रजत पदक जीते थे। जबकि, बीजिंग ओलंपिक 2008 में हरियाणा के मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने पहला रजत पदक जीता था।

व्यक्तिगत मुकाबलों में इन खिलाड़ियों ने जीते पदक

1. बीजिंग ओलंपिक-2008 में भिवानी के विजेंदर सिंह ने हरियाणा के लिए पहला रजत पदक जीता था।

2. बीजिंग ओलंपिक-2008 में सुशील कुमार ने कुश्ती में पहला रजत पदक जीता था। वह व्यक्तिगत स्पर्धा में दो बार ओलंपिक पदक जीतने वाले भारत के इकलौते एथलीट हैं।

3. रियो ओलंपिक-2016 में रोहतक की धाकड़ महिला पहलवान साक्षी मलिक रजत पदक जीतने वाली पहली महिला भारतीय पहलवान बनीं।

4. टोक्यो ओलंपिक-2020 में सोनीपत के पहलवान रवि कुमार दहिया ने कुश्ती में रजत पदक जीता।

5. टोक्यो ओलंपिक- 2020 में पानीपत के नीरज चोपड़ा ने पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण जीतकर इतिहास रच दिया। अभिनव बिंद्रा के बाद भारत के नीरज चोपड़ा ओलंपिक में व्यक्तिगत मुकाबले में स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे व भाला फेंक में पहले एथलीट हैं।

6. पेरिस ओलंपिक-2024 में झज्जर की मनु भाकर ने देश को निशानेबाजी में पहला पदक दिलाया। मनु एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली एथलिट भी हैं। मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में कांस्य और मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में अंबाला के सरबजोत के साथ कांस्य पदक जीता था।

7. पेरिस-2024 में पहलवान अमन सहरावत ने फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में देश की झोली में लगातार दूसरा पदक डाला था। वर्तमान में 21 साल की उम्र में अमन सहरावत ओलंपिक में भारत के सबसे कम उम्र के पदक विजेता हैं।

8. पेरिस ओलंपिक-2024 में जींद की महिला पहलवान विनेश फोगाट (वर्तमान में कांग्रेस विधायक) फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। उन्हें प्रदेश सरकार ने अलग-अलग खेल नीतियों के तहत प्लॉट, चार करोड़ रुपये व नौकरी का ऑफर किया था। इनमें से विनेश ने विधायक होने के नाते नकद पुरस्कार और प्लॉट लिया।

खेल विजेताओं को मिलने वाले पुरस्कार

स्वर्ण पदक विजेता – 6 करोड़ रुपये (ए-ग्रेड नौकरी या प्लॉट)

रजत पदक विजेता – 4 करोड़ रुपये (ए-ग्रेड नौकरी या प्लॉट)

कांस्य पदक विजेता- 2 करोड़ रुपये (ए-ग्रेड नौकरी या प्लॉट)

2028 में इन खेलों में पदक की उम्मीद
2028 में अमेरिका में होने वाले अगले ओलंपिक में हरियाणा को व्यक्तिगत तौर पर एथलेटिक्स, कुश्ती, मुक्केबाजी, योग, जूडो में पदक की उम्मीद है। इसी तरह टीम इवेंट में कबड्डी, वॉलीबॉल, फुटबॉल और बॉस्केटबॉल में पदक की तैयारी है। इनमें योग और जूडो का क्रेज तेजी से खिलाड़ियों में बढ़ा है।

ओलंपिक 2028 में इन खिलाड़ियों से उम्मीद

पहलवान रितिका हुड्डा, अंतिम पंघाल, निशा दहिया और अंशु मलिक, निशानेबाज रमिता जिंदल, रिदम सांगवान, अनीश भनवाला और रायजा ढिल्लन, मुक्केबाज अमित पंघाल, निशांत देव, प्रीति पंवार और जैस्मीन लाम्बोरिया, एथलीट किरण पहल, टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल, रोवर बलराज पंवार, तीरंदाज भजन कौर और गोल्फर दीक्षा डागर से आगामी ओलंपिक-2028 में पदक की उम्मीद है। ये खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक भी खेले थे। हालांकि, अभी ओलंपिक के टिकट के लिए लंबी लड़ाई बाकी है।