PGI: सितंबर में शुरू होगा एडवांस न्यूरो साइंस सेंटर, उत्तर भारत के मरीजों को मिलेगी राहत

PGI: सितंबर में शुरू होगा एडवांस न्यूरो साइंस सेंटर, उत्तर भारत के मरीजों को मिलेगी राहत

पीजीआई सितंबर के पहले सप्ताह से एडवांस न्यूरो साइंस सेंटर की ओपीडी को चालू करने के लिए तैयार है, जिसमें उपकरणों की खरीद की समीक्षा की जा रही है। 12 घंटे के ओटी शेड्यूल के कार्यान्वयन से पहले ही सर्जरी में 30-40% की वृद्धि हुई है, जिससे रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।

चंडीगढ़ पीजीआई निदेशक प्रो. विवेक लाल ने मरीजों की सहायता और अस्पताल के कामकाज को आसान करने के लिए स्मार्ट मोबाइल एप्लिकेशन की घोषणा की। यह ऐप सीडैक नोएडा के सहयोग से इसी वर्ष के अंत तक लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। यह ऐप हमारे मरीजों की सेवा करने और अस्पताल प्रणालियों को प्रबंधित करने के तरीके को बदल देगा। इससे अस्पताल के दौरे को आसान और मरीज के अनुकूल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। 

इस अवसर पर डीन अकेडमिक प्रोफेसर आरके राठो, डीन शोध प्रोफेसर संजय जैन, प्रशासन उप निदेशक पंकज राय, चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर विपिन कौशल उपस्थित थे। वित्तीय सलाहकार रविंदर सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल गुरविंदर सिंह भट्टी, शिशु रोग विभाग से प्रोफेसर अरुण बंसल भी यहां मौजूद थे।

निदेशक ने बताया कि पीजीआई सितंबर के पहले सप्ताह से एडवांस न्यूरो साइंस सेंटर की ओपीडी को चालू करने के लिए तैयार है, जिसमें उपकरणों की खरीद की समीक्षा की जा रही है। 12 घंटे के ओटी शेड्यूल के कार्यान्वयन से पहले ही सर्जरी में 30-40% की वृद्धि हुई है, जिससे रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।

तीन वर्षों में पूरा होगा सारंगपुर सैटेलाइट सेंटर का निर्माण 

उन्होंने 987 करोड़ रुपये की सारंगपुर परियोजना के बारे में बताया, जिसमें 100 सीटों वाला एक नया मेडिकल कॉलेज, 16,000 रोगियों के लिए आधुनिक ओपीडी और 200 बेड वाला इमरजेंसी ब्लॉक होगा। इस बीच सारंगपुर सैटेलाइट सेंटर का निर्माण लगातार प्रगति पर है, जिसके लगभग तीन वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है। अतिरिक्त विकास में कर्मचारियों और छात्रों के लिए एक ऑल वेदर स्विमिंग पूल, ए ब्लॉक की चौथी मंजिल पर जल्द ही खुलने वाला एक डॉक्टर्स कैफेटेरिया शामिल है।

उन्होंने कहा कि पीजीआई मरीजों की बढ़ती संख्या, खासकर इमरजेंसी और ट्रॉमा देखभाल को संबोधित कर रहा है। इसके लिए कैंपस की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अगले चार से पांच महीनों में आउटसोर्सिंग के जरिए 300 पूर्व सैनिकों की भर्ती करने की मंजूरी हासिल की है। इसके अलावा 82 नए फैकल्टी सदस्यों की भर्ती डीओपीटी के मानदंडों के अनुसार की गई है, इसमें ईडब्ल्यूएस आरक्षण भी शामिल है। पीजीआई का फोकस किफायती स्वास्थ्य सेवा पर भी जारी है, जहां परिसर में दवाओं की बिक्री में 85% हिस्सेदारी नौ अमृत स्टोर्स की है। आयुष्मान भारत और पीएमजेएवाई के तहत सब्सिडी वाली दवाओं तक निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करने के लिए इमरजेंसी ब्लॉक के पास एक नई अमृत फार्मेसी सुविधा खोलने की तैयारी है।

उन्होंने संस्थान की पूर्ण डिजिटलीकरण पर बातचीत की। अब आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं के तहत इंडेंटिंग और दवा खरीद जैसी प्रक्रियाओं को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया गया है। इससे अधिक पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित होती है। निदेशक ने कहा पीजीआई के प्रोजेक्ट सारथी को अब 6,400 से अधिक सक्रिय स्वयंसेवकों के साथ 34 राज्यों में देश भर के 1,467 अस्पतालों में विस्तार के लिए हरी झंडी दे दी गई है। ऑपरेशन सिंदूर टीम के डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स और परिवहन कर्मचारियों को जम्मू और कश्मीर में मानवीय संकट का जवाब देने में उनके अनुकरणीय साहस की सराहना की।