करण के सपनों को लगे पंख, एयरफोर्स में मिला फ्लाइंग ऑफिसर बनने का मौका

सेक्टर-49 की पीजीआई सोसाइटी के रहने वाले करण शर्मा ने अपने बचपन के फ्लाइंग ऑफिसर बनने के सपने को सच कर दिखाया है। इससे उनके सपनों को पंख लग गए हैं। अब करण ऑल इंडिया रैंक-71 के साथ एएफसीएटी (एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट) पास कर हैदराबाद के डुंडीगुल एयरफोर्स एकेडमी में फ्लाइंग ऑफिसर की 18 महीने की ट्रेनिंग के लिए रवाना होेंगे।
करण के पिता राजीव शर्मा ने बताया कि वह मूलरूप से नयागांव निवासी हैं। आठवीं कक्षा के बाद ही करण सैनिक स्कूल कपूरथला में दाखिला लेना चाहता था, वहां उसने मेरिट में 5वीं रैंक हासिल की थी, लेकिन केवल चार जनरल सीटें होने के कारण उनका नाम चयनित नहीं हो सका। तब से करण ने ठान लिया था कि वह एक दिन डिफेंस फोर्सेस का हिस्सा जरूर बनेंगे। करण ने चंडीगढ़ के जीएमएसएसएस-16 से 10वीं और फिर पंजाब सरकार द्वारा संचालित मोहाली के महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई की। यहां से उसकी डिफेंस ट्रेनिंग की असली नींव पड़ी। 12वीं के बाद कई बार एसएसबी इंटरव्यू में अंतिम दौर तक पहुंचने के बावजूद सिलेक्शन नहीं हो पाया, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 से ग्रेजुएशन के दौरान एनसीसी जॉइन की और विभिन्न क्लबों और युवा संसद जैसे आयोजनों में सक्रिय भागीदारी निभाई।
इस दौरान वह प्रधानमंत्री की भूमिका में भी नजर आया। करण ने पंजाब यूनिवर्सिटी के डिफेंस स्टडीज डिपार्टमेंट से पोस्ट ग्रेजुएशन भी शुरू की। अब परीक्षा में सफलता और मेडिकल/इंटरव्यू प्रक्रिया पूरी करने के बाद करण भारतीय वायुसेना की वेपन्स सिस्टम ब्रांच में फ्लाइंग ऑफिसर की ट्रेनिंग के लिए डुंडीगुल एयरफोर्स एकेडमी में शामिल होने जा रहे हैं। करण के पिता राजीव शर्मा इंफोसिस लिमिटेड में हॉस्पिटैलिटी पार्टनर के तौर पर कार्यरत हैं।