केंद्रीय गृह राज्य मंत्री पहुंचे चंडीगढ़, 100 करोड़ की विकास परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार अपने दौरे के दौरान धनास में पुलिस कर्मियों के लिए 144 नए आवासों की आधारशिला रखेंगे। धनास में बनाए जाने वाले 144 टाइप-2 मकानों का निर्माण चंडीगढ़ आर्म्ड पुलिस की बढ़ती आवासीय जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार आज चंडीगढ़ पहुंचे। वे 100 करोड़ की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं का उद्देश्य शिक्षा, आवास और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।
मंत्री अपने दौरे के दौरान धनास में पुलिस कर्मियों के लिए 144 नए आवासों की आधारशिला रखेंगे। धनास में बनाए जाने वाले 144 टाइप-2 मकानों का निर्माण चंडीगढ़ आर्म्ड पुलिस की बढ़ती आवासीय जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। करीब 53.56 करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट में छह टावर होंगे, जिनमें स्टिल्ट पार्किंग सहित छह मंजिलें होंगी और हर मंजिल पर चार फ्लैट होंगे। इस पहल का उद्देश्य पुलिस कर्मियों को आधुनिक, सुरक्षित और आरामदायक आवास उपलब्ध कराना है। केंद्रीय मंत्री कजहेड़ी में करीब 11 करोड़ की लागत से बने नए गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल का उद्घाटन करेंगे। 33 कक्षाओं वाले इस स्कूल की पिछले काफी समय से आसपास के लोगों की तरफ से मांग की जा रही थी।
सेक्टर-50 कॉलेज के विद्यार्थियों को मिलेगा हॉस्टल
केंद्रीय मंत्री सेक्टर 50 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मॉर्डन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर तैयार नए हॉस्टल का उद्घाटन करेंगे। हॉस्टल में कुल 256 सीटें हैं और सेक्टर 50 के अलावा यह अन्य कॉलेजों की जरूरतों को भी पूरा करेगा। छात्रों के लिए बनाए दो हॉस्टल बिल्डिंग में सभी मॉर्डन सुविधाओं का ध्यान रखा गया है जिसमें 1000 यूनिट के सोलर पैनल, डिसेबल्ड छात्रों के लिए अलग से वॉशरूम, लिफ्ट आदि चीजें शामिल हैं। जीसीसीबीए में अन्य कॉलेजों के मुकाबले लड़के और लड़कियों के हॉस्टल की बिल्डिंग को साथ-साथ बनाया गया है। चार मंजिला बनी दो बिल्डिंग में लड़कों की 129 और लड़कियों की 127 सीटें हैं। बता दें कि पिछले साल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस हास्टल के उद्घाटन की योजना बनाई गई थी, लेकिन किन्ही कारणों की वजह से ऐसा नहीं हो पाया था।